Friday, April 12, 2013

लोको पायलटो सावधान हो जाओ , रेलवे आप के अधिकारों को निगलने वाली है|

साथियों ...अप्रैल की पहली सप्ताह बहुत ही गहमा गहमी सी रही  | एक तरफ नयी दिल्ली में जॉइंट अधिवेशन ( आल इण्डिया लोको रनिंग स्टाफ असोसिएसन  और आल इण्डिया गार्ड काउन्सिल ) तो दूसरी तरफ रेल इलेक्शन  की तैयारी में फेडरेशन लोग | दिनांक - ०७.०४.२०१३ को अम्बेडकर भवन के एक प्रांगन में आल इण्डिया लोको रनिंग स्टाफ असोसिएसन और आल इण्डिया गार्ड कौंसिल का जॉइंट  अधिवेशन चला | जिसमे बहुत सी मुद्दों पर चर्चा हुयी | सभी ज़ोन के जोनल सचिओ ने अपने - अपने विचार प्रस्तुत किये | मुख्य रूप से चर्चा के विषय - ट्रेड यूनियन मतदान , संगठनात्मक रूप रेखा और रेलवे की अड़ियल  रवैया था |

इस सभा के दौरान एक सूचना उभर कर आई की , रेलवे ने एम्पोवेर कमिटी का गठन किया है , जो फिर से   रनिंग स्टाफ के पे- एलिमेंट और रनिंग अलाउंस के ऊपर गहराई से  विचार करेगा  और अपनी रिपोर्ट रेलवे को सौप देगा | दोस्तों यह आप सभी को मालूम होनी चाहिए की सरकारी कमिटी का गठन कर्मचारियों को  लाभ पहुँचाने  के लिए नहीं बल्कि लिपा - पोती और लाभ के हिस्से में कटौती करने के लिए की जाती है | ये ऐसा करने की तैयारी ही  है | क्या रेलवे बोर्ड आप की पे- एलिमेंट ३०% से १०% और रिटायर्मेंट लाभ को ५५% से २०% करने की तैयारी कर रहा है ? अगर ऐसा होता है , तो १९८० के फर्मुल्ले के अनुसार रनिंग अलाउंस भी कम हो जायेंगे |

इस एम्पोवेर कमिटी के पीछे यही मंशा है | इस अधिवेशन में इस कमिटी का विरोध करने का निर्णय पास हुआ | पूरी जानकारी की इंतजार है | अतः साथियों आप अपने को पहचानो और भूले भटके लोको पायलटो  को समझाओ की वह भी जान सके कि उनके साथ क्या होने वाला है | एक जॉइंट दल रेलवे बोर्ड में मेंबर स्टाफ से मिला क्युकी रेलवे मंत्री या अन्य मंत्री मौजूद नहीं थे और अपने ज्ञापन को पेश किये |  आज -कल रेलवे के संगठन स्वार्थी और चापलूस हो गए है | उन्हें कर्मचारियों के हितो की चिंता नहीं है | यही वजह है कि आम हड़ताल होने के समय , ये चूहों की भाक्ति  बिल में घुस जाते है |यही नपुंसकता की वजह से इन संगठनो ने २००८ में रनिंग अलाउंस को दोगुने रूप में स्वीकार कर ली और अपने हस्ताक्षर कर दिए | जब की टी.ये. को तीनगुने कर दिया गया |

दिनोदिन रनिंग स्टाफ के ऊपर रेलवे की आतंकवाद बढ़ते ही जा रही है | साथियों ...आप कमजोर नहीं हो | आप को अपने आन्दोलन की गति को तेज करनी पड़ेगी , जिससे आस - पास की सभी चीजे आप के पीछे दौड़ पड़ें |किन्तु हमें हमारे दोस्त ही धोका दे रहे है | उन दोस्तों की पहचान करनी पड़ेगी | उन संगठनो का वहिष्कार करना पड़ेगा , जो हमारे अधिकारों की अनदेखी करते है | किन्तु यह अकेले संभव नहीं है | इसके लिए पब्लिक को भी साथ में लेना होगा | आज हमें यह डर सता रहा है कि रेलवे सरकारी संस्था  रहेगी या नहीं ? हम सरकारी कर्मचारी कहलायेंगे या नहीं ?

बहुत सी चिंतन करने वाली बातें है | जो इस ब्लॉग के माध्यम से आप तक पहुँचाने का एक प्रयास रहेगा |एक या दो दिन के धरना से कुछ नहीं होने वाला ? आप को बदलना होगा ? आप अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आगे बढ़ें |आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ असोसिएसन सदैव आप के हित के लिए प्रयास रत है | आयें शपथ  ले और कदम से कदम मिलाकर  अपनी आन्दोलन को ध्वनि प्रदान करें |

साथियों ....एक सजक सैनिक देश की रक्षा करता है | जो सो गया , वह खोने के लिए तैयार रहे | लोको पायलटो जागो ...जागो और ...जागो , अभी भी वक्त है |  अपने अधिकार को जानो , अन्यथा आप के हाथो में कुछ नहीं बचेगा |
       
( चित्र में -  कॉम .एम्.एन.प्रसाद जी सेक्रेटरी जनरल / ऐलरसा / सम्पूर्ण इण्डिया ..जंतर - मंतर पर पायलटो को  संबोधित करते हुए .दिनांक -०८.०४.२०१३.   )                                                                                     

1 comment:

  1. बहुत सार्थक लेख | पढ़कर ज्ञान बढ़ा | आशा है आप अपने लेखन से ऐसे ही हमे कृतार्थ करते रहेंगे | आभार

    कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
    Tamasha-E-Zindagi
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