Wednesday, May 22, 2013

रेलवे प्रोटेक्शन फाॅर्स यूनियन के महासचिव ने सीबीआई प्रमुख के खिलाफ मानहानि का नोटिस दिया ।

2 1 मई 2 0 1 3

अखिल भारतीय रेलवे प्रोटेक्शन फ़ोर्स के महासचिव ने
 अपने ऊपर लगाये आरोप को बेबुनियाद करार दिया
 है  । उन्होंने सीबीआई प्रमुख रंजित सिन्हा को
मानहानि का नोटिस जारी  किया । 

उन्होंने सीबीआई प्रमुख को 5 1 लाख और सात
 दिनों के अन्दर बिनशर्त क्षमामांगने को कहा है ।
ऐसा नहीं करने पर सिविल और क्रिमिनल कार्यवाही
की धमकी दी है ।    

सीबीआई ने रेलवे बोर्ड से शिकायत की है कि यु. एस.
 झा , महासचिव आर्पियाफ़ असोसिएसन तीन ऑफिसियल आवास पर कब्ज़ा किये हुए है । जो
सर्विस रुल के विरुद्ध है । 


सीबीआई ने कहा है कि किसी भी सूचना को उस  सम्बंधित कार्यालय को आवश्यक कार्यवाही के 
लिए सूचित करना , उसके कार्यक्षेत्र में है , जहाँ पबलिक के रुपये का दुरूपयोग हो रहा हो । 
सीबीआई ने किसी भी बदले की भावना से इंकार किया है । 



लेकिन झा ने दावा के साथ कहा है कि सीबीआई डायरेक्टर जब आर.पि. एफ के  डायरेक्टर 
जेनेरल थे , तब उन्होने कई आफिसरो को घुसखोरी का चार्ज सीट दिया था । 



झा के अनुसार ,उन्होंने रेल मंत्री को दिनांक -1 6  मई 2 0 1 1 को सिन्हा के खिलाफ लिखित 
शिकायत की थी । इसके अलावा दिनांक -2 0 जून 2 0 1 1 और 3 अगस्त 2 0 1 2 को दो अलग 
शिकायत भी की थी । सिन्हा 1 2 नवम्बर 2 0 0 8  और 1 9 मई 2 0 1 1 के दौरान आर.पि
.एफ़ के डायरेक्टर जेनेरल थे । 



झा ने इस लीगल नोटिस में कहा है कि उन्होंने कोई भी आफिसियल आवास का दुरूपयोग 
नहीं किया है , ये आवास असोसिएसन के नाम रेलवे ने नामित किया है । उन्होंने उन सभी 
आवासों की जानकारी दी , जो असोसिएसन के नाम आलोट  है । 



( स्रोत - हिंदुस्तान टाइम्स )


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