Friday, May 24, 2013

ई-टिकट पर नया फरमान : सुबह 8-12 के बीच बना टिकट खरीदना पड़ सकता है भारी!

May 22, 2013


भारतीय रेल ने एजेंटों से ई-टिकट बनवाने के दौरान बरती जाने वाली सावधानी को लेकर यात्रियों के लिए निर्देश जारी किए हैं।

इसमें कहा है कि यदि कोई ई-टिकट किसी एजेंट आउटलेट द्वारा सुबह 8 से 12 बजे के बीच जारी किया गया हो, तो उन्हें न खरीदें। ऐसा इसलिए क्योंकि वेबसाइट www. irctc.co.in सुबह 8 से 12 बजे तक केवल व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के लिए ही खुली रहती है।

यह बरतें सावधानी 

: टिकट बनवाते समय यात्री यह जांच लें कि उनका मोबाइल नंबर सही फीड किया है या नहीं? 
: बुकिंग कंफर्म होने पर इसी मोबाइल पर एसएमएस आएगा। इसमें किराया और सर्विस चार्ज सहित बुकिंग का विवरण रहेगा। यात्रा के दौरान यह एसएमएस दिखाया जा सकता है, प्रिंट की जरूरत नहीं है। 
: बुकिंग और कैंसिलेशन पर ई-टिकट एजेंट से रसीद जरूर लें।


ज्यादा रुपए मांगे, तो करें शिकायत 

रेलवे जनसंपर्क विभाग के अनुसार, ई-टिकट पर सर्विस चार्ज प्रति टिकट पर देय होता है, न कि यात्रा करने वालों की संख्या पर। एसी श्रेणी में प्रत्येक ई-टिकट के लिए आईआरसीटीसी और एजेंट का 20-20 रुपए सर्विस चार्ज (कुल 40 रुपए) तय है। स्लीपर और कुर्सीयान पर 10 रुपए आईआरसीटीसी का और 10 रुपए एजेंट का सर्विस चार्ज (कुल 20 रुपए) तय है। 
एजेंट इससे ज्यादा रुपए मांगते है, तो यात्री 011-23745962, 011-39340000 पर या agentcomplaint@irctc.co.in, care@irctc.co.in पर ईमेल से भी शिकायत कर सकते हैं।

एजेंटों को टिकट प्रिंटिंग या कैंसिलेशन के लिए अतिरिक्त शुल्क देय नहीं है।

Source - BHASKER

Wednesday, May 22, 2013

रेलवे प्रोटेक्शन फाॅर्स यूनियन के महासचिव ने सीबीआई प्रमुख के खिलाफ मानहानि का नोटिस दिया ।

2 1 मई 2 0 1 3

अखिल भारतीय रेलवे प्रोटेक्शन फ़ोर्स के महासचिव ने
 अपने ऊपर लगाये आरोप को बेबुनियाद करार दिया
 है  । उन्होंने सीबीआई प्रमुख रंजित सिन्हा को
मानहानि का नोटिस जारी  किया । 

उन्होंने सीबीआई प्रमुख को 5 1 लाख और सात
 दिनों के अन्दर बिनशर्त क्षमामांगने को कहा है ।
ऐसा नहीं करने पर सिविल और क्रिमिनल कार्यवाही
की धमकी दी है ।    

सीबीआई ने रेलवे बोर्ड से शिकायत की है कि यु. एस.
 झा , महासचिव आर्पियाफ़ असोसिएसन तीन ऑफिसियल आवास पर कब्ज़ा किये हुए है । जो
सर्विस रुल के विरुद्ध है । 


सीबीआई ने कहा है कि किसी भी सूचना को उस  सम्बंधित कार्यालय को आवश्यक कार्यवाही के 
लिए सूचित करना , उसके कार्यक्षेत्र में है , जहाँ पबलिक के रुपये का दुरूपयोग हो रहा हो । 
सीबीआई ने किसी भी बदले की भावना से इंकार किया है । 



लेकिन झा ने दावा के साथ कहा है कि सीबीआई डायरेक्टर जब आर.पि. एफ के  डायरेक्टर 
जेनेरल थे , तब उन्होने कई आफिसरो को घुसखोरी का चार्ज सीट दिया था । 



झा के अनुसार ,उन्होंने रेल मंत्री को दिनांक -1 6  मई 2 0 1 1 को सिन्हा के खिलाफ लिखित 
शिकायत की थी । इसके अलावा दिनांक -2 0 जून 2 0 1 1 और 3 अगस्त 2 0 1 2 को दो अलग 
शिकायत भी की थी । सिन्हा 1 2 नवम्बर 2 0 0 8  और 1 9 मई 2 0 1 1 के दौरान आर.पि
.एफ़ के डायरेक्टर जेनेरल थे । 



झा ने इस लीगल नोटिस में कहा है कि उन्होंने कोई भी आफिसियल आवास का दुरूपयोग 
नहीं किया है , ये आवास असोसिएसन के नाम रेलवे ने नामित किया है । उन्होंने उन सभी 
आवासों की जानकारी दी , जो असोसिएसन के नाम आलोट  है । 



( स्रोत - हिंदुस्तान टाइम्स )


Monday, May 20, 2013

NIT/MUMBAI ON 17.05.2013

नेशनल इंडस्ट्रियल ट्रिब्यूनल , भारतीय रेल और ऐलर्सा  के बिच १ ७ मई २ ० १ ३ को मुंबई में सुनवाई हुयी । रेलवे ने गर्म जोशी के साथ अपने पक्ष को प्रस्तुत किया । रेलवे ने अपने पक्ष के समर्थन में तीन बड़े फाइल को जमा किया ।  

अगली सुनवाई १ ५ जुलाई २ ० १ ३ को निश्चित हुयी है । 

ऐलर्सा  ने रनिंग अलाउंस के ऊपर गठित कमिटी  के  विरोध में एक दरख्वास्त जमा कराया , जिससे की इसकी कारवाही रोकी जाय । एक तरह से रनिंग अलाउंस के ऊपर गठित कमिटी गैरकानूनी है , जब इस तरह के मामलात नित/ मुंबई  में सुनवाई के लिए सुरक्षित है । 

साथियों जागो और अपने अधिकारों को समझो । 

ऐलर्सा  कभी रुकने वाला नहीं , रनिंग स्टाफ की कहानी ...हमेशा ऐलर्सा की जुबानी । 

Friday, May 17, 2013

महेश कुमार ( रेलवे बोर्ड मेंबर ...स्टाफ ) को घुश देने के आरोप में सि. बि. आई ने गिरफ्तार किया ।

 प्यारे साथियों ।                                                        ०४ . मई  २० १ ३ 

महेश कुमार ( रेलवे बोर्ड मेंबर ...स्टाफ ) को घुश देने के आरोप में सि. बि. आई ने गिरफ्तार किया । इनके ऊपर आरोप है की ये मेंबर इलेक्ट्रिक के लिए सिंगला को ९ ० लाख रुपये चंडीगढ़ में  दिए । महेश कुमार को गुरुवार को ही रेलवे बोर्ड मेंबर ( स्टाफ ) की पदोन्नति हुयी थी । इसके पहले पश्चिम रेलवे के जनरल मनेजर थे । पुराणी दिल्ली रेलवे स्टेशन में वृहद् रूट रिले इंटरलॉकिंग के प्रचलन में , वह भी मात्र ३ ६  घंटे में पूर्ण करने  से ,  इनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुआ था । ऐसा करने वाले एक मात्र ऑफिसर थे । 

जानकारी मिलते ही सीबीआई ने महेश कुमार के ऊपर नजर रखे हुयी थी । जिसमे इनके आवागमन और फोन काल पर नजर राखी जा रही थी । मंजुनाथ भी महेश कुमार के संपर्क में था ,  गिरफ्तार कर लिया गया है । संदीप गोयल की भी  गिरफ्तारी हुयी है , जिसने  डील को अंजाम  दिया था  । घुश्खोरी के विभिन्न धाराओ के अंतर्गत महेश कुमार , विजय सिंगला और दो के खिलाफ केश दर्ज हो गया है ।

( स्रोत - टाइम्स ऑफ़ इण्डिया और आयिबिएन लाइव )