Wednesday, March 20, 2013

सहायक लोको पायलट ने आत्महत्या कर ली |

जीवन कितना कष्टकर है | आये दिन आत्महत्या की खबर आते ही रहती है | मनुष्य कितना निर्मम हो जाता है | दिमाग में शून्य की प्रक्रिया बड़ी भयावह होती है | व्यक्ति क्या करने जा रहा है कि सुध बुध नहीं रहती |

आज ( २०.०३.२०१३) मुझे मनोज कुमार लोको पायलट / सियालदह की एस.एम्.एस प्राप्त हुयी है | जिसके अनुसार - एस.के.मोहंता सहायक लोको पायलट /बी एन डी एम् ने कल आत्महत्या कर ली है | वह जब गाड़ी संख्या -८००६ डौन को कार्य करते हुए जा रहा था , तो दुर्भाग्य वस् लाल बत्ती वाले सिग्नल को पार कर गए | दोशानुसार उसे रेलवे की नौकरी से  निकाल  दिया गया था  | यह दर्द असहनीय बन गयी थी और उसने इस राह  को अपना लिया , जैसा की लोगो की  जुबान  पर चर्चा है |

दुःख की घडी यही ख़त्म नहीं हुयी | उसके पिता जी  उसके  छत -विछत शव को न देख सके और अचानक ह्रदय गति रुकने से उनकी भी मौत हो गयी | इस आकस्मिक दुर्घटना के बाद लोको पायलटो में क्षोभ व्याप्त है |  कितनी दुर्दिन पल है , जब किसी के  घर से एक नहीं दो - दो शव निकल रहे हो | यह एक  अमानुषिक दंड की उदहारण  है | 

आल इण्डिया लोको रनिंग स्टाफ असोसिएसन इस तरह की अमानुषिक दंड  की घोर निंदा करती है | सारा रनिंग स्टाफ इस दुःख की घडी में उनके परिवार के साथ एक जुट खड़ा है | भगवान उनके परिवार जनो को   दुःख बर्दास्त करने की शक्ति दें | 

दिनांक  २१.०३.२०१३ को १०.०० बजे शोक सभा का आयोजन बी एस.पि / लॉबी में बुलाई गयी है |

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